मिशन चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक, जो हर हाल में जीतना चाहता है : पीएम मोदी
Mission Chandrayaan is a symbol of the spirit of New India, which wants to win at all costs: PM Modi
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 104वीं कड़ी का प्रसारण रविवार को हुआ। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में संबोधन की शुरुआत चंद्रयान 3 की सफलता के साथ की। उन्होंने कहा कि, भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं। मिशन चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है, और हर हाल में, जीतना जानता भी है।
प्रधानमंत्री ने चंद्रयान मिशन को लेकर कहा कि, साथियों, आपको याद होगा इस बार मैंने लाल किले से कहा है कि हमें महिलाओं के नेतृत्व में डेवलपमेंट को राष्ट्रीय चरित्र के रूप में सशक्त करना है। भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में अनेकों महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर्स सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं। भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं। किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं, तो उस देश को विकसित बनने से भला कौन रोक सकता है।
पहली बार वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में जीते 26 मेडल
पीएम मोदी ने खेल पर बात करते हुए कहा कि, कुछ ही दिनों पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए थे। इन खेलों में इस बार भारत का प्रदर्शन अब तक का सबसे अच्छा रहा। हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे। आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए हैं, उनमें जीते सभी मेडल्स को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुंचती है। इतने दशकों में सिर्फ 18, जबकि इस बार हमारे खिलाड़ियों ने 26 मेडल जीत लिए।
G-20 लीडर्स समिट के लिए भारत पूरी तरह से तैयार
जी-20 को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, सितंबर का महीना, भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। अगले महीने होने जा रही G-20 लीडर्स समिट के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। इस आयोजन में भाग लेने के लिए 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और अनेक वैश्विक संगठन राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। G-20 बैठक के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी। अपनी प्रेसिडेंसी के दौरान भारत ने G-20 को और ज्यादा इंक्लूसिव फोरम बनाया है। भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकी संघ भी G-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम प्लेटफार्म तक पहुंची।